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Karwa Chauth Special : सोलह श्रृंगार |
करवा चौथ का त्यौहार महिलाओ के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। यह दिन भी उनके लिए शादी के दिन जैसा ही खास होता है। करवा चौथ के दिन महिलाये उसी तरह सोहल श्रृंगार करती है जैसे वो शादी के समय तैयार हुई थी। समय बदल रहा है, हमारा रहन - सहन भी बदल रहा है पर हम कितने भी मॉर्डन क्यों न हो जाये, हमारी संस्कृति आज भी हम में जीवित है। यह बात इसलिए याद आ गई क्योंकि आजकल की लड़कियाँ वेस्टर्न लुक को ज्यादा पसंद करती है पर जैसे ही हमारे त्यौहार आते है वो एथनिक ड्रेसेस खरीदती है। इसी तरह भारतीय महिलाओ के लिए हर त्यौहार मायने रखता है और सभी त्यौहारों से बढ़कर है करवा चौथ का त्यौहार तो आइये जाने सोहल श्रृंगार का महत्व क्या है।
1) मांगटीका :- मांगटीका दुल्हन के श्रृंगार में उपयोग होने वाले गहनों का एक आभूषण है पर यह पति के द्वारा भरी गई मांग के कुमकुम की रक्षा करता है और सुहाग का प्रतिक है जो आपके माथे की सुंदरता बढ़ाता है। राजस्थान में मंगलसूत्र से ज्यादा मांगटीका महत्वपूर्ण होता है इसे पहन कर ही वो सभी पूजा पाठ करते है।
2) बिंदिया :- बिंदिया भी सुहाग का प्रतिक है। हिन्दू धर्म में बिंदी को बहुत महत्व दिया जाता है इसके बिना श्रृंगार ही अधूरा लगता है। जब एक लड़की किसी के नाम की बिंदी अपने माथे पर लगाती है तो बहुत ही सुन्दर लगती है और चेहरे की रौनक ही बदल जाती है। सहेलियों द्वारा छेड़ - छाड़ में पति के नाम की ख़ुशी और शर्म दोनों एक साथ उसके चेहरे पर देखने को मिलती है।
3) काजल :- सुहागन के श्रृंगार में काजल भी अपना महत्व रखता है। काजल से आँखे और सुन्दर और कजरी लगता है। आँखे ही पति और पत्नी के बीच प्यार को और बढ़ती है क्योकि कई बाते होती है जो सबके सामने न कह कर आँखों ही आँखों में की जाती है। काजल का श्रृंगार करने पर पति एक बार फिर आँखों में खो जायेंगे।
4) नथनी :- नथनी भी दुल्हन के श्रृंगार का एक आभूषण है जो पूरे मेकअप के बाद पहनी जाती है और आपको एक रानी का लुक देती है। आज कल मार्केट में जोधा नथ का काफी चलन है। श्रृंगार करते समय इसे जरूर पहने।
5) मंगलसूत्र :- मंगलसूत्र सुहागन महिलाओ के लिए सबसे महत्वपूर्ण आभूषण है, साथ ही शक्ति का प्रतिक है जो उन्हें हर मुशीबत से लड़ने की शक्ति देता है। जब शादी के समय पति द्वारा मंगलसूत्र पहनाया जाता है तब पत्नी की ख़ुशी का अंदाजा कोई नहीं लगा सकता। इसीलिए एक बार फिर तैयार होने के बाद पति से कहे की वो आपको मंगलसूत्र खुद अपने हाथ से पहनाये।
6) हार :- यह आभूषण भी आपकी सुंदरता में चार चाँद लगता है क्योकि मेकअप करने के बाद ज्वेलरी पहनी जाती है जो आपके श्रृंगार को पूरा करती है। ज्वेलरी पहने जाने वाली ड्रेस से मैचिंग होनी चाहिए है।
7) मेहदी :- मेहंदी ऐसा श्रृंगार है जो महिलाओ का सबसे प्रिय होता है। हर महिला को अपने प्यार का रंग अपने हाथो में बहुत भाता है क्योकि कहा जाता है ना जितना गहरा रंग मेहंदी का उतना पति आपको प्यार करते है जो दोनों के बिच के विश्वास को बढ़ाता है।
8) चुडिया :- चूड़ी भी आभूषण का एक भाग है जो सुहागन महिलाओ के लिए सुहाग की निशानी है। नयी दुल्हन तो साल भर पहले - पहले तीज - त्यौहार में शादी का चूड़ा पहनती है। हिन्दू महिलाओ के लिए चुडिया सोलह श्रृंगार में काफी महत्व रखती है।
9) गजरा :- करवा चौथ पर भी शादी के समय जैसे हेयर स्टाइल बनवाये और गजरे लगाए ये आपके पूरे श्रृंगार में चार - चाँद लगाएंगे और इनकी खुशबू की तरह ही आपका प्यार महकता रहेंगा।
10) बाजूबन्ध :- बाजूबंद भी दुल्हन के गहनों में एक है, करवा चौथ के दिन इसे पहनना ना भूले ये आपको सबसे अलग लुक देंगा और पहने गए आभूषण में इसकी कमी भी नजर नहीं आएँगी।
11) अंगूठी :- अंगूठी वो गहना होता है जो आपके रिश्ते को जोड़े रखता है क्योकि नए रिश्ते की शुरुआत ही इसी से होती है। अंगूठी पति द्वारा उलटे हाथ की अनामिका उंगली में पहनाई जाती है जो सीधे दिल से जुडी रहती है और आपके प्यार को भी जोड़ कर रखती है।
12) कमरबंध :- महिलाओ के पास गहने पहनने के लिए कई तरह के गहने होते है जिसमे एक नाम कमरबंध का भी है, सभी गहनों की तरह यह भी सोलह श्रृंगार में अपना महत्व रखता है महिलाये गहनों से सजी बहुत ही सुन्दर लगती है। यह तैयार होने के बाद कमर में पहना जाता है जो आपके साडी या दुपट्टे को अच्छे से बंधे रखता है।
13) पायल :- पायल ऐसा गहना है जो आपके पैर की सुंदरता बढ़ाता है जब आप तैयार हो रही हो तो इसे जरूर पहने। वैसे भी पायल के घुंघरू की आवाज पति का ध्यान आपकी ओर खींचती है और प्यार बढ़ती है इसलिए सुबह से ही पायल पहन ले ताकि टाइम पर जल्दबाजी ना हो।
14) बिछिया :- बिछिया भी सुहाग का महत्वपूर्ण आभूषण है जिसे फेरे के समय पहनाया जाता है इसे महिलाये हमेशा पहने रहती है आप चाहे तो करवा चौथ के दिन नए बिछिये की जोड़ी पहन ले।
15) परिधान :- परिधान मतलब कपडे जो आपके द्वारा पूजा के समय पहने जाने है। पूजा - पाठ की बात है तो कपड़ो का रंग लाल, गुलाबी, हरा या पीला ही होना चाहिए। वैसे करवा चौथ के दिन महिलाये लाल कलर को ही ज्यादा महत्व देती है तो समय से पहले ही साड़ी या लेहंगा या सूट तैयार करवा ले।
16) इत्र :- इत्र अर्थात सेंट या डीओ या अच्छा सा सुगन्धित परफूम लगाए। सोलह श्रृंगार के बाद सबसे अंतिम में इसे लगाकर आप पूरी तरह से तैयार है अपने पिया के सामने जाने के लिए और उन्हें अपने प्यार व रूप से मोहित करने के लिए।
जब आप तैयार होने जाये तब ये सब श्रृंगार पूरा करे और पूजा के लिए तैयार हो आप सबसे सुन्दर और पति के लिए नयी नवेली दुल्हन से काम नहीं दिखेंगी।
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