|
10 इजी स्टेप्स फॉर पेडीक्योर |
पैरों की देखभाल मतलब पेडीक्योर। जब भी हम अपने लिए समय निकलते है तो सिर्फ चेहरे और हाथो पर ही ध्यान देते है, उन्हें ही खूबसूरत बनाने में लगे रहते है। व्यस्त जिंदगी में हम पैरो का ख्याल रखना भूल जाते है। इनका हमे खास ख्याल रखना चाहिए क्योकि दिन भर हमारे शरीर के वजन को सहन करते है और संभाले रखते है। पैरो की सुंदरता भी हमारी खूबसूरती में चार - चाँद लगाती है। आइये जाने 10 इजी स्टेप्स फॉर पेडीक्योर---
1) सबसे पहले, पहले से लगी नेलपेंट को रिमूवर से हटा दें और नेल्स काट ले फिर फाइलर से शेप दे दीजिये और मैल हो तो निकल लीजिये।
2) एक टब में गुनगुना पानी लें और उसमे एक निम्बू का रस, 4 - 5 बूंदे शैम्पू की, सेंधा नमक और कुछ गुलाब की पत्तियां डाल दें।
3) अब आरामदायक चेयर पर बैठ जाये और 20 - 25 मिनिट तक अपने पैरो को टब में डूबा कर रखें और रिलैक्स फील करे या स्लो रोमांटिक गाने सुने।
4) 20 - 25 मिनिट बाद पैरों को व नाखूनों को नेल ब्रश से साफ़ करे और टब से पैर बहार निकालकर साफ़ कपडे से अच्छे से पौंछ ले।
5) नाखूनों पर क्यूटिकल क्रीम लगाकर थोड़ी देर रखे। इस क्रीम को सिर्फ क्यूटिकल पर ही लगाना है।
यदि आपके पास क्यूटिकल क्रीम नहीं है तो आप बादाम, नारियल या जैतून के तेल में ग्लिसीरीन मिला कर भी लगा सकते है।
6) अब प्यूमिक स्टोन की सहायता से डैड स्किन को घिसकर निकाल ले। इसे निकाल लेने से एड़ियां ज्यादा फटती नहीं और कोई इन्फेवशन भी नहीं होता है। जरुरत से ज्यादा ना घिसे हल्के हाथ से रब करे बस।
7) नाखून और चमड़ी के जॉइंट के पास, नाखून पर चमड़ी चिपकी रहती है उसे क्यूटिकल कहते है, इसे क्यूटिकल रिमूवर से हटाए और पैरो को अच्छे से पौंछ लें।
8) अब फुट स्क्रब लगा कर पैरो की हल्के हाथ से अच्छे से मालिश करे और हां नेल स्क्रब भी अलग से मिलता है चाहे तो नेल्स को अलग से नेल स्क्रब लगा कर स्क्रब करे। फुट स्क्रब तलवे में, उँगलियों के बिच में और साइड व एड़ियों में अच्छे से करे।
9) स्क्रब हो जाने के बाद पैरो को साफ़ पानी से धो ले और अच्छे से पौंछ कर सूखा ले। उसके बाद पैरो में बादाम, नारियल, या जैतून के तेल की मालिश करे और पिंडियो तक करे।
10) अब लास्ट स्टेप पर हम आ चुके है अर्थात अपनी पसंद का नेलपेंट लगा लीजिये और सूखने के बाद डबल कोट लगा लीजिये।
10 इजी स्टेप्स फॉर पेडीक्योर से हमने आज पेडीक्योर करना सीखा। इससे पैरो की सुंदरता बढाती है और मानसिक तनाव दूर होता है साथ ही थकन भी दूर होती है। यह एक आराम पहुंचने वाली प्रक्रिया है जो मन को बहुत सकून पहुँचती है। हमारी पोस्ट अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करे।
Comments
Post a Comment